इन्तकाम – भाग – 3 | नरपिशाच का श्राप
अवन्तिका और शिखर बहुत देर रात तक जागते रहे। सुबह माली के दरवाज़े की घंटी बजाने से शिखर चौंककर उठा। बाहर निकलकर उसने माली से पूछा –‘‘क्या बात है माली काका?’’ नरपिशाच का श्राप माली ने बताया – ‘‘साहब, पौधों को पानी देते हुए मैंने देखा कि आपकी कार का आगे का हिस्सा टूटा हुआ … Read more