चित्रकार का प्रतिशोध
एक अँधेरे, वीरान कमरे में मिस्टर सिंघानिया को हवा में बाँधा गया था। उनके नीचे उबलती मोम का एक बड़ा टब था, जिसकी तीखी भाप से उनका जिस्म झुलस रहा था। उनके शरीर पर कई जगह गहरे घाव थे, जिनसे टपकता खून मोम को लाल कर रहा था। सिंघानिया दर्द से चीख रहे थे, पर … Read more