आत्मा का बदला – भटकती आत्मा की कहानी

एक बार एक क्राइम रिपोर्टर अपनी गाड़ी से कहीं जा रहा होता है, लेकिन अचानक उसकी गाड़ी के सामने एक आदमी बेसुध हालत में आकर गिर जाता है| तभी क्राइम रिपोर्टर अचानक अपनी गाड़ी का ब्रेक लगा लेता है, लेकिन वह बहुत घबरा जाता है| उसे समझ नहीं आता कि, इतने सुनसान रास्ते में ये आदमी कहाँ से आया| तभी वह हिम्मत करके गाड़ी से बाहर निकलता है, और उस आदमी को उठाता है तभी वह घबराते हुए रिपोर्टर से बताता है कि कोई उसे जान से मारना चाहता है इसलिए वह अपनी जान बचाकर भाग रहा था, लेकिन रिपोर्टर को उसकी बात पर भरोसा नहीं होता|

फिर भी रिपोर्टर उसे अपनी गाड़ी में बैठाकर हॉस्पिटल के लिए जाने को कहता है| लेकिन वह आदमी पहले पुलिस स्टेशन जाने की बात कहता है| अब रिपोर्टर को थोड़ा उस पर भरोसा होने लगता है लेकिन, अब रिपोर्टर कि दिल में यह ख्याल आ जाता है कि, क्यों ना यह केस वह सुलझा दे, और बाद में पुलिस को इन्फॉर्म करें और यही रिपोर्टर की सबसे बड़ी गलती होती है जोकि, एक नए अध्याय की शुरूआत करती है| आत्मा का बदला

अब तक रिपोर्टर को उस इंसान पर पूरा भरोसा हो चुका होता है और वह उसकी बातों में आ जाता है| वह इंसान एक हॉस्पिटल का नाम बताता है और कहता है| वहाँ के एक डॉक्टर को वह जानता है, और उसके पास जाने की ज़िद करता है| तभी रिपोर्टर उसकी बात मानकर उसे वहाँ ले जाता है| हॉस्पिटल पहुंचकर उन्हें पता चलता है कि डॉक्टर तो आज छुट्टी पर है, और वह अपने घर में ही होंगे| तभी वह इंसान रिपोर्टर कहता है कि, डॉक्टर से घर जाकर मिलते हैं| रिपोर्टर के मना करने के बावजूद भी वह उसे चलने को मना लेता है|

तभी दोनों डॉक्टर के घर के लिए निकल पड़ते हैं, और जैसे ही घर पहुँचते हैं, तो यह डॉक्टर रिपोर्टर की पहचान का होता है| ये दोनों एक दूसरे को देख कर के मुस्कुराते हैं| लेकिन साथ आए हुए इंसान की आंखें लाल हो जाती है| उसके अंदर अजीब सा ग़ुस्सा दिखाई देता है| डॉक्टर रिपोर्टर को घर के अंदर बुलाते हैं| डॉक्टर घर में अकेले ही होते हैं, और इतनी रात को अचानक इनके आने से डॉक्टर को कुछ अजीब लगता है, फिर भी वह रिपोर्टर से पहले से परिचित होने की वजह से दिमाग़ पर ज़्यादा ज़ोर नहीं देते हैं|

तभी रिपोर्टर डॉक्टर को सारी घटना बताते हैं, लेकिन डॉक्टर को फिर भी यह बात समझ नहीं आती कि यह आदमी उन्हें कैसे जानता है जो रिपोर्टर के साथ आया है| तभी वह इंसान डॉक्टर के बारे में कुछ पुरानी बातें बताता है, जिसकी वजह से डॉक्टर को भी यक़ीन हो जाता है कि वह इंसान सच बोल रहा है| शायद डॉक्टर ही उसे भूल गए होंगे अचानक डॉक्टर उठकर कहते हैं, रुकिए मैं आप लोगों के लिए चाय ले आता हूँ| तभी वह आदमी कहता है, आप रहने दीजिए मैं चाय बना देता हूँ| आप मुझे अपने किचन का रास्ता बता दीजिए, लेकिन डॉक्टर को या अनुचित लगता है, तो वह उसे मना करते हैं लेकिन वह इंसान काफ़ी ज़िद करने लगता है, तो डॉक्टर को मजबूरी में उसे किचन तक ले जाना पड़ता है, और डॉक्टर उसे चाय का सामान देते हैं और बाहर चले जाते हैं|

तभी वह आदमी गैस का रेगुलेटर ऑन करके किचन की सारी खिड़कियां बंद कर देता है और थोड़ी देर बाद डॉक्टर को आवाज़ देता है कि, आपका लाइटर नहीं चल रहा डॉक्टर जैसे ही किचन में आते हैं, तो उन्हें गैस की बदबू आती है, लेकिन वह सामान्य बात समझ कर उस इंसान से लाइटर लेते हैं, और जैसे ही वह लाइटर जलाते हैं| Bhoot Ki Kahaniya

वह आदमी बाहर भाग जाता है और अचानक गैस की आग डॉक्टर को चपेट में ले लेती है| अचानक हुई ऐसी घटना से रिपोर्टर को कुछ समझ नहीं आता और वह रिपोर्टर उस आदमी के साथ घर के बाहर भागता है, रिपोर्टर यह घटना देखकर जल्दी से पुलिस को इन्फॉर्म करता है और साथ ही साथ फ़ायर ब्रिगेड को भी बुलाता है लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी होती है|

घटना स्थल पर पुलिस के आने के बाद रिपोर्टर उस आदमी के साथ वहाँ से निकल जाता है, और गाड़ी की स्पीड तेज करते हुए कहीं अकेले स्थान में जाना चाहता है| दरअसल यह सब देख करके उसका दिमाग़ घूम चुका था| उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था, कि यह सब क्या चल रहा है तभी अचानक बग़ल में बैठा हुआ आदमी उसकी गाड़ी का स्टीयरिंग व्हील घूमा देता है, और गाड़ी रोड के किनारे एक खाई में चली जाती है|

गाड़ी का इतना ज़बरदस्त एक्सीडेंट होने के बाद दोनों की हालत बहुत बुरी हो जाती है| दोनों खून से लतपत दिखाई देते हैं| रिपोर्टर मूर्छित अवस्था मैं होकर उस इंसान से पूछता है तुमने ऐसा क्यों किया तभी वह इंसान ज़ोर ज़ोर से हँसने लगता है| और रिपोर्टर से कहता है “मेरा सोनू सो गया” रिपोर्टर यह सुनकर चकित रह जाता है, क्योंकि इस नाम से तो उसे उसकी प्रेमिका बुलाती थी, जो कुछ सालों पहले गुज़र चुकी थी|

जिसकी वजह यह रिपोर्टर ही था| जिसने उसे अपने प्यार के जाल में फंसाकर उसे गर्भवती कर दिया था, और जब बाद में लड़की ने शादी करने के लिए कहा है, तो वह मना करने लगा| लेकिन लड़की की ज़िद करने के बाद वह शादी के लिए मान गया| लेकिन लड़की को क्या पता कि यह तो केवल उसका दिखावा था और रिपोर्टर की मौत से ये कहानी ख़त्म हो जाती है|

पहाड़ी बंगले की छाया

आलोक, प्रिया और उनकी सात वर्षीय बेटी सिया ने शहर की गहमागहमी छोड़कर पहाड़ों के बीच एक एकांत, पुराने बंगले ...

शून्य हवेली का अभिशाप

प्रिया और रोहन शहर की भागदौड़ भरी जिंदगी से थककर, रामपुर गाँव में स्थित अपने पुश्तैनी घर, ‘शून्य हवेली’ में ...

छाया का साया

रोहन और प्रिया ने शहर की हलचल से दूर एक शांत गाँव में अपना नया जीवन शुरू करने का निर्णय ...

अदृश्य छाया का आतंक

राहुल और प्रिया ने शहर की हलचल से दूर एक शांत ठिकाना ढूँढ़ने की उम्मीद में एक पुरानी, भव्य हवेली ...

हवेली की प्रेत छाया

रोहन, प्रिया और उनकी नन्ही बेटी मीरा को कृष्णापुर गाँव की पुरानी हवेली विरासत में मिली। शहर की भागदौड़ भरी ...

मीना का प्रेतग्रस्त जीवन

एक सुदूर गाँव की गहरी पहाड़ियों और रहस्यमय जंगलों के बीच, मीना नामक एक युवती रहती थी। उसकी सौम्यता, धार्मिक ...

अधूरी आत्मा का बदला

शहर की चहल-पहल से दूर, रोहन, उसकी पत्नी कविता, और उनके बच्चे आर्यन (7) व सिया (4) ने एक नई ...

प्रेतवाधित हवेली का रहस्य

शर्मा परिवार, जिसमें राजेश, सुनीता और उनके दो प्यारे बच्चे मीना व रवि शामिल थे, हमेशा एक बड़े और हवादार ...

बर्फीले दानव का अभिशाप

मेरे सिर में होने वाला दर्द सिर्फ़ एक सामान्य पीड़ा नहीं है; यह एक दुष्ट आत्मा है जो मुझ पर ...

डरावनी हवेली का रहस्य

चार दोस्त - माया, रोहन, समीर और प्रिया - एक रात पहाड़ों की ओर ड्राइव कर रहे थे। आधी रात ...

अंधेरी हवेली का रहस्य

राहुल और उसके तीन दोस्त, अमित, रिया और पूजा, एक वीरान हवेली में गए। यह हवेली राहुल को विरासत में ...

प्रतिशोध की काली रात

अनुज की आँखों में प्रतिशोध की आग दहक रही थी। उसके मित्र, रवि, का क्षत-विक्षत शरीर अभी भी उसकी स्मृति ...