भूत हमारी दुनिया का अनिवार्य हिस्सा हैं, और उन्हें हमें संपर्क करने के लिए विभिन्न तरीके चुनना पड़ता है। तकनीक के बदलाव के साथ, भूत भी अपने संपर्क साधन को डिजिटल बनाना चाहते हैं। इस इच्छा से प्रेरित होकर, ‘फोन में आने वाला भूत’ इस भौतिक कहानी की रचना हुई है। मुझे उम्मीद है कि आपको यह कहानी पसंद आएगी।
शहर में एक अजीब अफवाह फैल रही थी कि, लोगों को भूत के फोन आ रहे थे। कई लोगों ने अपनी मोबाइल स्क्रीन पर भूत का नंबर देखा भी दावा किया, लेकिन किसी के पास इसका साबिती प्रमाण नहीं था। लेकिन गद्दारी फैली जब एक व्यक्ति अपने मोबाइल फोन से बात करते हुए, अपने बिल्डिंग की छत से उछलकर नीचे गिर गया और तत्काल मौत हो गई। शहर में आत्महत्या आम बात थी, लेकिन फोन में बात करते हुए कूदना लोगों के लिए असाधारण लगा।
इस घटना के बाद, पुलिस ने जाँच को आगे बढ़ाया और उस व्यक्ति की मोबाइल की आखिरी कॉल रिकॉर्डिंग मांगी, लेकिन अजीब बात यह थी कि उसके फोन में किसी का कॉल नहीं था। इस असमंजस के कारण, पुलिस तनावित हो गई, न किसी को फोन में बात करने का नाटक करने का साबित किया जा सका। तब एक और घटना हुई, जिससे शहर में आतंकिक वातावरण बनने लगा। एक व्यक्ति रेलवे स्टेशन पर फोन में बात करते हुए आने वाली ट्रेन के आगे उछल गया। उसके मोबाइल के जाँच में भी यह पता चला कि उसे कोई कॉल नहीं आया था।
खबरों की तुलना में अफवाहें तेज़ी से फैल गईं। हर कोई भूत का नंबर जानना चाहता था। डर के कारण, लोग अनजान फोन नंबर को इंकार करने लगे। इस समस्या को हल करने के लिए, पुलिस ने भूत विशेषज्ञ को बुलाया जो नेटवर्क रिपोर्ट की जाँच के माध्यम से फोन को कोई नेटवर्क कनेक्ट हो गया था, फिर भी कोई कॉल नहीं था यह निष्कर्ष निकाला।
इन्वेस्टिगेशन में, डेटा साइंटिस्ट्स को सामिल किया गया और उन्होंने एक वेबसाइट का लिंक निकाला, जिस पर भूतिया मंत्र लिखे हुए थे और उनमें एक भूतिया नंबर भी था। इस नंबर से तैयार किए गए रिकॉर्डेड मैसेज लोगों को सुनाए जाते थे, जिससे उनका मस्तिष्क नियंत्रित हो जाता और वे अपनी जान दे देते थे। इस वेबसाइट को चलाने का जिम्मा किसी अन्य प्रचारात्मक कारण से ठोका नहीं जा सकता था, क्योंकि कोई भी आर्टिकल सिर्फ़ पढ़कर मर नहीं सकता था।
इसी बीच विशेषज्ञों ने वेबसाइट का ट्रैक किया और फाउंड किया कि यह नेटवर्क एक कॉलेज के हॉस्टल से आ रहा था। पुलिस ने हॉस्टल के कमरे को घेर लिया और उस लड़के को गिरफ़्तार किया जिसके कम्प्यूटर से यह वेबसाइट चला रही थी। उसका कमरा लाजिंग और जानवरों से भरा था और जैसे-जैसे उसकी जाँच हुई, पता चला कि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी।
थाने ले जाए जाने के बाद, लड़का बहुत डरावना व्यवहार कर रहा था और अपने आस-पास के लोगों को चाबुक लगाने का प्रयास कर रहा था। कोशिश करके पुलिस ने उसे कुर्सी से बाँधा और उससे पूछताछ शुरू कर दी। लेकिन लड़का किसी भी प्रश्न का जवाब नहीं देना चाहा। तब पुलिस ने भूत विशेषज्ञ को उससे जानकारी निकालने का दायित्व सौंप दिया।
भूत विशेषज्ञ ने लड़के को अपने यंत्रों के माध्यम से नियंत्रित करना आरंभ किया और उससे पूछा कि क्या उसके अंदर कोई भूत प्रवेश कर गया है। आधा घंटे की पूछताछ के बाद पता चला कि, उसके अंदर उसके मित्र का भूत था जो तीन महीने पहले आत्महत्या कर चुका था। उसने लड़के के शरीर को अपना बना लिया था और उसी माध्यम से लोगों की हत्याएँ कर रहा था।
भूत विशेषज्ञ ने सावधानी से लड़के के शरीर से भूत को बाहर निकाला और उसे ठीक करने हेतु अस्पताल भेजा। यह कहानी यहीं समाप्त हो गई, और भावनाओं से भरपूर मुक्त वातावरण वापस लौट आया।











